नासिक के पास घूमने की जगहें: एक दिन में क्या-क्या देखें?

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नासिक, महाराष्ट्र का एक ऐसा शहर है जो अपनी संस्कृति, इतिहास और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। चाहे आप धार्मिक स्थलों की खोज करना चाहते हों या प्रकृति की गोद में समय बिताना चाहते हों, नासिक और इसके आसपास की जगहें हर यात्री के लिए कुछ न कुछ खास लेकर आती हैं। अगर आपके पास सिर्फ एक दिन है, तो इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे कि नासिक के पास क्या-क्या देख सकते हैं और कैसे अपनी यात्रा को यादगार बना सकते हैं।
सुबह की शुरुआत: त्र्यंबकेश्वर मंदिर
समय: सुबह 6:00 बजे – 8:30 बजे
अपने दिन की शुरुआत त्र्यंबकेश्वर मंदिर से करें, जो नासिक से लगभग 28 किलोमीटर दूर है। यह मंदिर बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है और भगवान शिव को समर्पित है। मंदिर का शांत वातावरण और प्राचीन वास्तुकला आपको आध्यात्मिक शांति देगी।
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क्या देखें?
- मंदिर का अनोखा काला पत्थर का शिवलिंग।
- पास में बहने वाली गोदावरी नदी का उद्गम स्थल।
- सुबह की आरती में शामिल होने का मौका।
टिप: सुबह जल्दी पहुंचें ताकि भीड़ से बचा जा सके। मंदिर परिसर में फोटोग्राफी की अनुमति नहीं है, इसलिए नियमों का पालन करें।
कैसे पहुंचें?: नासिक से त्र्यंबकेश्वर के लिए टैक्सी या ऑटो आसानी से मिल जाते हैं। रास्ते में हरे-भरे पहाड़ और खेतों का नजारा आपका मन मोह लेगा।
मध्य सुबह: ब्रह्मगिरी पर्वत की छोटी ट्रेकिंग
समय: सुबह 9:00 बजे – 11:30 बजे
त्र्यंबकेश्वर से थोड़ा आगे बढ़कर ब्रह्मगिरी पर्वत की ओर रुख करें। यह जगह गोदावरी नदी का उद्गम स्थल होने के साथ-साथ ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए भी शानदार है। ब्रह्मगिरी की चोटी तक का रास्ता मध्यम कठिनाई वाला है और लगभग 1-2 घंटे में पूरा हो सकता है।
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क्या देखें?
- गोदावरी नदी का उद्गम स्थल, जिसे स्थानीय लोग “गंगाद्वार” कहते हैं।
- रास्ते में छोटे-छोटे झरने और हरियाली।
- चोटी से नासिक के आसपास का मनोरम दृश्य।
टिप: अपने साथ पानी की बोतल, टोपी और आरामदायक जूते रखें। अगर ट्रेकिंग का मन न हो, तो आप नीचे ही प्रकृति का आनंद ले सकते हैं।
दोपहर: सुला वाइनयार्ड्स में लंच और वाइन टेस्टिंग
समय: दोपहर 12:30 बजे – 3:00 बजे
अब समय है नासिक की मशहूर सुला वाइनयार्ड्स का रुख करने का, जो शहर से लगभग 15 किलोमीटर दूर है। नासिक को भारत की “वाइन कैपिटल” कहा जाता है, और सुला वाइनयार्ड्स इसका सबसे बड़ा आकर्षण है। यहां आप वाइन टेस्टिंग का मजा ले सकते हैं और अंगूर के बागों के बीच शानदार लंच का आनंद उठा सकते हैं।
क्या करें?
- वाइन टूर में हिस्सा लें, जहां आपको वाइन बनाने की प्रक्रिया के बारे में बताया जाएगा।
- सुला की मशहूर वाइन जैसे शिराज, चेनिन ब्लैंक या डिंडोरी रिजर्व का स्वाद लें।
- रिक्काटोली रेस्तरां में इतालवी या कॉन्टिनेंटल खाने का मजा लें।
टिप: वाइन टेस्टिंग के लिए पहले से बुकिंग कर लें। अगर आप शराब नहीं पीते, तो उनके मॉकटेल और जूस भी काफी स्वादिष्ट हैं।
कैसे पहुंचें?: नासिक से सुला वाइनयार्ड्स के लिए कैब या अपनी गाड़ी से आसानी से पहुंचा जा सकता है। रास्ते में खूबसूरत अंगूर के बाग देखना न भूलें।
शाम: पंचवटी और रामकुंड
समय: शाम 4:00 बजे – 6:00 बजे
दिन के आखिरी पड़ाव के लिए नासिक शहर में पंचवटी और रामकुंड की सैर करें। पंचवटी वह जगह है जहां भगवान राम, सीता और लक्ष्मण ने अपने वनवास का समय बिताया था। यह स्थान धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व रखता है।
क्या देखें?
- रामकुंड: गोदावरी नदी का यह घाट पवित्र माना जाता है। यहां आप नदी के किनारे शांति से समय बिता सकते हैं।
- सीता गुफा: एक छोटी सी गुफा जहां माना जाता है कि माता सीता रुकी थीं।
- कपिलेश्वर मंदिर: पास में स्थित यह प्राचीन शिव मंदिर भी देखने लायक है।
टिप: रामकुंड पर स्नान करने से पहले स्थानीय नियमों की जानकारी लें। शाम के समय यहां का माहौल बहुत जीवंत होता है।

दिन का समापन: स्थानीय बाजार और रात का खाना
समय: शाम 6:30 बजे – 8:00 बजे
अपनी यात्रा को समाप्त करने से पहले नासिक के स्थानीय बाजार में थोड़ा समय बिताएं। यहां आप मशहूर नासिक अंगूर, हस्तशिल्प, या स्थानीय मिठाइयां जैसे अनारसा और मालवणी खाद्य पदार्थ खरीद सकते हैं।
रात के खाने के लिए नासिक के किसी अच्छे रेस्तरां में जाएं, जैसे सद्गुरु रेस्तरां या स्पाइस गार्डन, जहां आप महाराष्ट्रीयन थाली या नॉर्थ इंडियन व्यंजनों का स्वाद ले सकते हैं।
टिप: अगर आप मसालेदार खाना पसंद करते हैं, तो मिसल पाव जरूर ट्राई करें।
यात्रा के लिए टिप्स
- कपड़े: हल्के और आरामदायक कपड़े पहनें। धार्मिक स्थलों पर उचित पोशाक जरूरी है।
- यातायात: नासिक में टैक्सी, ऑटो या किराए की बाइक आसानी से उपलब्ध हैं।
- बजट: एक दिन की इस यात्रा का खर्च प्रति व्यक्ति लगभग 1500-2500 रुपये हो सकता है, जिसमें खाना, यात्रा और टूर शामिल हैं।
- सुरक्षा: नासिक एक सुरक्षित शहर है, लेकिन रात में सुनसान जगहों पर जाने से बचें।
निष्कर्ष
नासिक और इसके आसपास की जगहें एक दिन में आपको आध्यात्मिकता, प्रकृति और स्वाद का शानदार मिश्रण देती हैं। त्र्यंबकेश्वर की शांति, ब्रह्मगिरी की हरियाली, सुला की मस्ती और पंचवटी का इतिहास – यह यात्रा हर तरह के यात्री के लिए कुछ न कुछ लेकर आती है। तो अगली बार जब आप नासिक आएं, इस प्लान को फॉलो करें और अपनी यात्रा को बनाएं यादगार!