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भूटान की यात्रा की योजना कैसे बनाएं: वीजा, परमिट और यात्रा टिप्स

भूटान, जिसे “थंडर ड्रैगन की भूमि” के रूप में जाना जाता है, एक ऐसा देश है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, शांत वातावरण और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है। यह हिमालय की गोद में बसा एक छोटा सा देश है, जो पर्यटकों को एक अनूठा अनुभव प्रदान करता है। भूटान की यात्रा की योजना बनाना थोड़ा जटिल हो सकता है, क्योंकि यह देश अपनी “हाई वैल्यू, लो इम्पैक्ट” पर्यटन नीति के लिए जाना जाता है। इस ब्लॉग में, हम आपको भूटान की यात्रा की पूरी जानकारी देंगे, जिसमें वीजा, परमिट, सतत यात्रा टिप्स और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी शामिल है, ताकि आप अपनी यात्रा को सुगम और यादगार बना सकें।

भूटान क्यों जाएं?

भूटान एकमात्र कार्बन-निगेटिव देश है, जो पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास को प्राथमिकता देता है। यहाँ की शुद्ध हवा, हरे-भरे जंगल, प्राचीन मठ और स्थानीय लोगों की गर्मजोशी आपको एक अलग ही दुनिया में ले जाएगी। भूटान की संस्कृति वज्रयान बौद्ध धर्म और प्राचीन परंपराओं से गहरे जुड़ी हुई है। यहाँ के त्योहार, जैसे पारो और थिम्पू त्सेचु, रंग-बिरंगे नृत्य और धार्मिक अनुष्ठानों का अनूठा संगम हैं। इसके अलावा, टाइगर नेस्ट मॉनेस्ट्री जैसे स्थल और हिमालय के मनोरम दृश्य हर यात्री को आकर्षित करते हैं।

Punakha Dzong (Pungthang Dewa chhenbi Phodrang)
Punakha Dzong

भूटान की यात्रा के लिए वीजा और परमिट

भारतीय नागरिकों के लिए वीजा और परमिट

भारतीय नागरिकों के लिए भूटान की यात्रा करना आसान है, क्योंकि भारत और भूटान के बीच 1949 की संधि के कारण भारतीयों को वीजा की आवश्यकता नहीं होती। हालाँकि, आपको एक एंट्री परमिट प्राप्त करना होगा। यह परमिट निम्नलिखित तरीकों से प्राप्त किया जा सकता है:

  1. ऑनलाइन आवेदन: आप भूटान के आधिकारिक इमिग्रेशन पोर्टल (https://immi.gov.bt/home/) पर ऑनलाइन परमिट के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपने यात्रा विवरण, जैसे कि ठहरने की जगह और अवधि, प्रदान करने होंगे।
  2. आगमन पर परमिट: आप पारो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे या फुंटशोलिंग बॉर्डर पर आगमन के समय परमिट प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन ध्यान दें, यहाँ भीड़ हो सकती है, इसलिए पहले से आवेदन करना बेहतर है।

आवश्यक दस्तावेज:

  • वैध पासपोर्ट (कम से कम 6 महीने की वैधता) या वोटर आईडी कार्ड
  • 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए: मूल जन्म प्रमाणपत्र (अंग्रेजी में) या वैध पासपोर्ट। बच्चे को कानूनी अभिभावक के साथ होना चाहिए।
  • दो पासपोर्ट साइज फोटो।
  • होटल बुकिंग और यात्रा योजना का विवरण।

एंट्री परमिट की वैधता: यह परमिट आपको थिम्पू और पारो में 7-15 दिनों तक रहने की अनुमति देता है। यदि आप पुनाखा, वांगडु फोडरंग या बुमथांग जैसे अन्य क्षेत्रों में जाना चाहते हैं, तो आपको थिम्पू में रॉयल गवर्नमेंट ऑफ भूटान (RGoB) इमिग्रेशन ऑफिस से स्पेशल एरिया परमिट या रूट परमिट लेना होगा। यह प्रक्रिया सप्ताह के दिनों (सोमवार से शुक्रवार) में की जा सकती है।

Monks Walking Near Temple Japan
Monks Walking Near Temple Japan

अन्य देशों के नागरिकों के लिए वीजा

भारत, बांग्लादेश और मालदीव के नागरिकों को छोड़कर, सभी विदेशी पर्यटकों को भूटान में प्रवेश के लिए ई-वीजा की आवश्यकता होती है। इसे ऑनलाइन (https://immi.gov.bt/home/) या किसी लाइसेंस प्राप्त टूर ऑपरेटर के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है।

आवश्यक दस्तावेज:

  • पासपोर्ट की डिजिटल कॉपी (6 महीने की वैधता के साथ)।
  • एक पासपोर्ट साइज फोटो।
  • वीजा शुल्क: 40 USD (गैर-वापसी योग्य)।
  • यात्रा बीमा (वैकल्पिक लेकिन अनुशंसित)।

प्रक्रिया: वीजा आवेदन में आमतौर पर 5-7 कार्यदिवस लगते हैं। स्वीकृति के बाद, आपको एक वीजा क्लीयरेंस लेटर प्राप्त होगा, जिसे आपको प्रवेश के समय दिखाना होगा। वीजा आपके पासपोर्ट में प्रवेश बिंदु पर स्टैम्प किया जाता है।

Taktshang Goemba Bhutan
Taktshang Goemba

सतत विकास शुल्क (सस्टेनेबल डेवलपमेंट फीस – SDF)

भूटान अपनी सतत पर्यटन नीति के तहत सभी पर्यटकों से सतत विकास शुल्क (SDF) वसूलता है। यह शुल्क भूटान के पर्यावरण संरक्षण, मुफ्त शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं, और पर्यटन बुनियादी ढांचे के विकास में योगदान देता है।

  • भारतीय पर्यटकों के लिए: INR 1,200 प्रति व्यक्ति प्रति रात। 6-12 वर्ष के बच्चों के लिए 50% छूट (INR 600), और 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए कोई शुल्क नहीं।
  • अन्य देशों के पर्यटकों के लिए: USD 100 प्रति व्यक्ति प्रति रात। 6-12 वर्ष के बच्चों के लिए USD 50, और 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए मुफ्त।
  • छूट: यदि आप सम्त्से, फुंटशोलिंग, गेलेपू, या समद्रुप जोंगखार जैसे सीमावर्ती शहरों में 24 घंटे से कम समय के लिए रहते हैं, तो SDF नहीं देना होगा।

SDF का भुगतान वीजा या परमिट आवेदन के समय ऑनलाइन या व्यक्तिगत रूप से किया जा सकता है।

भूटान कैसे पहुंचें?

Bhutan Airlines
Bhutan Airlines

हवाई मार्ग से

भूटान का एकमात्र अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पारो में है। ड्रुक एयर और भूटान एयरलाइंस भारत के प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, कोलकाता, गुवाहाटी और बागडोगरा से पारो के लिए उड़ानें संचालित करती हैं।

  • बुकिंग टिप्स: टिकट केवल इन एयरलाइंस की आधिकारिक वेबसाइट्स पर उपलब्ध हैं। पहले से बुकिंग करें, क्योंकि सीटें जल्दी भर जाती हैं।
  • ध्यान दें: पारो हवाई अड्डा केवल दिन के उजाले में संचालित होता है और मौसम पर निर्भर करता है। मॉनसून सीजन (मई-सितंबर) में उड़ानें रद्द या विलंबित हो सकती हैं।

सड़क मार्ग से

भारत से भूटान सड़क मार्ग से भी पहुंचा जा सकता है। मुख्य प्रवेश बिंदु हैं:

  1. फुंटशोलिंग: यह पश्चिम बंगाल के जयगांव से सटा हुआ है और सबसे लोकप्रिय प्रवेश बिंदु है। बागडोगरा हवाई अड्डे से फुंटशोलिंग तक टैक्सी या बस से 5 घंटे का समय लगता है।
  2. समद्रुप जोंगखार: असम के गुवाहाटी से 3 घंटे की दूरी पर, यह पूर्वी भूटान के लिए उपयुक्त है।
  3. गेलेपू: असम से सटा हुआ एक अन्य प्रवेश बिंदु।
  • ट्रेन से: भूटान में रेलवे स्टेशन नहीं हैं। आप पश्चिम बंगाल के हाशिमारा या न्यू जलपाईगुड़ी (NJP) स्टेशन तक ट्रेन ले सकते हैं, और फिर टैक्सी या बस से फुंटशोलिंग पहुंच सकते हैं।
  • निजी वाहन: भारतीय पंजीकृत वाहनों को फुंटशोलिंग में प्रवेश की अनुमति है, लेकिन रिंचेंडिंग चेक पोस्ट से आगे जाने के लिए आपको रॉयल सेफ्टी एंड ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (RSTA) से अनुमति पत्र और ग्रीन टैक्स (Nu. 4,500 प्रति दिन) देना होगा।

सतत यात्रा टिप्स

भूटान दुनिया का पहला कार्बन-निगेटिव देश है, और यहाँ की पर्यटन नीति पर्यावरण और संस्कृति के संरक्षण पर केंद्रित है। यहाँ कुछ टिप्स हैं जो आपकी यात्रा को सतत और जिम्मेदार बनाएंगे:

  1. पर्यावरण का सम्मान करें:
    • भूटान में प्लास्टिक पर प्रतिबंध है। पुन: उपयोग योग्य पानी की बोतल और कपड़े के थैले साथ रखें।
    • कचरा न फैलाएं और कचरा पेटियों का उपयोग करें। जंगलों और प्राकृतिक स्थलों में कोई निशान न छोड़ें।
  2. स्थानीय संस्कृति का सम्मान करें:
    • मठों और धार्मिक स्थलों में उचित पोशाक पहनें (पूरे कपड़े, कंधे और घुटने ढके हुए)।
    • फोटोग्राफी से पहले अनुमति लें, खासकर धार्मिक स्थलों पर।
    • स्थानीय लोगों के साथ विनम्रता से बात करें और उनकी परंपराओं का सम्मान करें।
  3. स्थानीय अर्थव्यवस्था को समर्थन दें:
    • स्थानीय दुकानों से हस्तशिल्प और उत्पाद खरीदें।
    • होमस्टे या पर्यटन विभाग द्वारा प्रमाणित गेस्टहाउस में ठहरें।
    • स्थानीय भोजन का आनंद लें, जैसे एमा दात्सी (मिर्च और पनीर की करी)।
  4. ऊर्जा और जल संरक्षण:
    • होटल में बिजली और पानी का उपयोग सोच-समझकर करें।
    • कम दूरी की यात्रा के लिए साइकिल या पैदल चलने का विकल्प चुनें।
  5. प्रमाणित टूर गाइड और ऑपरेटर:
    • थिम्पू और पारो के अलावा अन्य क्षेत्रों में यात्रा के लिए प्रमाणित गाइड अनिवार्य है।
    • भूटान पर्यटन वेबसाइट (https://www.tourism.gov.bt/) पर प्रमाणित टूर ऑपरेटरों की सूची देखें।

यात्रा की लागत और बजट

भूटान की यात्रा अन्य पड़ोसी देशों की तुलना में थोड़ी महंगी हो सकती है, लेकिन भारतीय पर्यटकों के लिए यह अपेक्षाकृत किफायती है। यहाँ एक अनुमानित बजट है:

  • SDF: INR 1,200 प्रति व्यक्ति प्रति रात (भारतीयों के लिए)।
  • आवास: बजट गेस्टहाउस INR 1,500-3,000 प्रति रात, मध्यम श्रेणी के होटल INR 3,500-7,000, और लग्जरी रिसॉर्ट्स INR 10,000+ प्रति रात।
  • परिवहन: किराए की कार और ड्राइवर के लिए INR 2,000-3,500 प्रति दिन।
  • खाना: स्थानीय रेस्तरां में भोजन INR 200-500 प्रति व्यक्ति।
  • प्रवेश शुल्क: टाइगर नेस्ट मॉनेस्ट्री जैसे स्थलों के लिए INR 300-500।
  • गाइड: INR 1,000-2,000 प्रति दिन (यदि अलग से किराए पर लिया जाए)।

टिप: ऑफ-सीजन (जनवरी, फरवरी, जून, जुलाई, अगस्त, दिसंबर) में यात्रा करने पर होटल और टूर पैकेज में छूट मिल सकती है, लेकिन मौसम की स्थिति को ध्यान में रखें।

यात्रा के लिए सर्वोत्तम समय

भूटान में चार मौसम हैं, और प्रत्येक मौसम का अपना आकर्षण है:

  • वसंत (मार्च-मई): फूलों का खिलना और सुखद मौसम। पारो त्सेचु इस दौरान आयोजित होता है।
  • ग्रीष्म (जून-अगस्त): मॉनसून का समय, बारिश के कारण यात्रा में बाधा हो सकती है। लेकिन कम पर्यटक और सस्ते दाम।
  • शरद (सितंबर-नवंबर): साफ आसमान और त्योहारों का समय (थिम्पू त्सेचु)। यह सबसे लोकप्रिय समय है।
  • शीत (दिसंबर-फरवरी): ठंडा मौसम, लेकिन साफ दृश्य और कम भीड़।

टिप: यदि आप ट्रेकिंग करना चाहते हैं, तो वसंत और शरद सबसे उपयुक्त हैं। उच्च ऊँचाई वाले ट्रेक के लिए अपनी फिटनेस का ध्यान रखें।

भूटान में घूमने की जगहें

Thimphu, Bhutan
Thimphu, Bhutan
  1. पारो: टाइगर नेस्ट मॉनेस्ट्री, रिनपुंग ड्ज़ोंग, और पारो घाटी के शांत दृश्य।
  2. थिम्पू: ताशीछो ड्ज़ोंग, बुद्धा दोर्डेनमा स्टैच्यू, और नेशनल मेमोरियल चोर्टन।
  3. पुनाखा: पुनाखा ड्ज़ोंग, जो दो नदियों के संगम पर स्थित है।
  4. बुमथांग: प्राचीन मठ और स्थानीय त्योहार।
  5. फुंटशोलिंग: सीमावर्ती शहर, खरीदारी और स्थानीय संस्कृति के लिए।

अन्य महत्वपूर्ण टिप्स

  1. यात्रा बीमा: हालांकि अब अनिवार्य नहीं है, लेकिन चिकित्सा आपात स्थिति और यात्रा रद्द होने के लिए बीमा कराना उचित है।
  2. मुद्रा: भूटान की मुद्रा नगुलट्रम (BTN) है, लेकिन भारतीय रुपये (INR 100 और उससे कम मूल्यवर्ग) व्यापक रूप से स्वीकार किए जाते हैं। INR 500 से अधिक के नोट और INR 25,000 से अधिक नकदी ले जाना प्रतिबंधित है।
  3. कनेक्टिविटी: भूटान टेलीकॉम और ताशीसेल स्थानीय सिम कार्ड प्रदान करते हैं। शहरी क्षेत्रों में कवरेज अच्छा है, लेकिन दूरदराज के क्षेत्रों में सीमित हो सकता है।
  4. पैकिंग: बारिश से बचाव के लिए रेन गियर, गर्म कपड़े (सर्दियों के लिए), और आरामदायक ट्रेकिंग जूते साथ रखें।
  5. स्वास्थ्य सावधानियां: उच्च ऊँचाई वाले क्षेत्रों में यात्रा करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह लें। मच्छर निरोधक और सनस्क्रीन का उपयोग करें।

निष्कर्ष

भूटान की यात्रा एक आत्मीय और परिवर्तनकारी अनुभव है। यह न केवल आपको प्रकृति और संस्कृति के करीब लाता है, बल्कि सतत पर्यटन के महत्व को भी समझाता है। सही योजना, उचित दस्तावेज, और स्थानीय नियमों का सम्मान करके, आप इस हिमालयी रत्न की सुंदरता का पूरा आनंद ले सकते हैं। तो, अपने बैग पैक करें, अपनी यात्रा की योजना बनाएं, और भूटान की जादुई दुनिया में खो जाएं!

क्या आप भूटान की यात्रा की योजना बना रहे हैं? अपने अनुभव या सवाल नीचे कमेंट में साझा करें!

Devesh Chauhan

Hey there, I'm Devesh Kumar. Born in Uttar Pradesh and received my early education there. Later I completed my 10th and 12th grades in Gujarat and then graduated in Madhya Pradesh. In 2014, I graduated with a degree in Computer Science from Rajiv Gandhi Technical University. Currently, I am pursuing my job in Ahmedabad. When I am not busy with my IT profession, you will find me enjoying my hobbies. My hobbies include traveling, playing volleyball, and swimming. I have a strong affection for religious sites, spirituality, beaches, adventure, forests, and mountains. I also enjoy contributing to Wikipedia and Tripoto. Over the years, I have explored various states and Union Territories in India. I have been attracted by the diversity that our magnificent country has to offer, from the calm landscapes of Uttarakhand and Madhya Pradesh to the colorful cultures of Rajasthan and Gujarat, and from the coastal splendor of Goa to the gorgeous hills of Himachal Pradesh and Karnataka. Visit my website to learn more about my amazing trips. Here, I post my experiences and stories in both English and Hindi.

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