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मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग कैसे पहुंचे: एक विस्तृत मार्गदर्शिका

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आंध्र प्रदेश के श्रीशैलम के खूबसूरत शहर में स्थित मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग, एक पवित्र तीर्थस्थल है जो आध्यात्मिक ऊर्जा और प्राचीन सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है। भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर, श्रद्धालुओं के लिए एक दिव्य अनुभव प्रदान करता है। यहाँ की शांत वातावरण, जहाँ प्राचीन परंपराएँ और आधुनिक भक्ति सहजता से एक साथ जुड़ी हुई हैं, अद्भुत आकर्षण का केंद्र है। मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग तीर्थयात्रियों और साधकों को आस्था के कालातीत प्रकाशस्तंभ की तरह अपनी ओर खींचता है। यह लेख आपको मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग तक पहुँचने के मार्ग और इसके निकटतम रेलवे स्टेशन के बारे में उपयोगी जानकारी देगा।

यह भी देखें: मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग जहाँ पुत्र कार्तिकेय के वियोग में भगवान शिव ने धारण किया था ज्योति रूप

Table of Contents

मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन

श्रीशैलम का निकटतम रेलवे स्टेशन है मार्कापुर रोड रेलवे स्टेशन, जो श्रीशैलम से लगभग 85 किमी दूर है।

मार्कापुर रेलवे स्टेशन (85 किमी)

हैदराबाद, बैंगलोर, चेन्नई और विजयवाड़ा जैसे प्रमुख शहर श्रीशैलम के निकट स्थित मरकपुर रोड रेलवे स्टेशन से सीधी ट्रेनों के माध्यम से जुड़े हुए हैं। इस स्टेशन पर 6 प्लेटफॉर्म हैं और रायलसीमा एक्सप्रेस व काचेगुडा-यशवंतपुर एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें इस मार्ग पर यात्रा के लिए लोकप्रिय विकल्प हैं। यदि सीधी ट्रेन उपलब्ध नहीं है, तो आप पहले गुंटूर जंक्शन या नंदयाल रेलवे स्टेशन तक यात्रा कर सकते हैं और वहां से दूसरी ट्रेन ले सकते हैं या मरकपुर रोड तक ड्राइव कर सकते हैं। मरकपुर रोड स्टेशन से श्रीशैलम के मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग तक की दूरी लगभग 189 किलोमीटर है।

train at markapur road railway station

मार्कापुर रेलवे स्टेशन का विवरण

मारकपुर रेलवे स्टेशन (Markapur Road Railway Station) भारतीय रेलवे का एक महत्वपूर्ण स्टेशन है, जो आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले में स्थित है। यह स्टेशन दक्षिण मध्य रेलवे (South Central Railway) के गुट्टूर-सेकंदराबाद खंड पर आता है।

स्टेशन की विशेषताएं:

  • स्टेशन कोड: MRK
  • जोन: दक्षिण मध्य रेलवे (SCR)
  • लाइन: गुंटूर-गुंटकल रेलवे लाइन
  • प्लेटफॉर्म्स की संख्या: 3
  • सेवाएं: यह स्टेशन पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए सेवा प्रदान करता है।

सुविधाएं:

  1. बेसिक सुविधाएं: प्रतीक्षालय, पीने के पानी की व्यवस्था और शौचालय।
  2. टिकट बुकिंग काउंटर: यात्रियों की सुविधा के लिए काउंटर और ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन।
  3. कनेक्टिविटी: नज़दीकी शहरों और गांवों से बस और ऑटो के माध्यम से आसानी से पहुंचा जा सकता है।

mallikarjuna jyotirlinga temple

मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग तक कैसे पहुँचें?

1. हवाई मार्ग

श्रीशैलम के निकटतम हवाई अड्डे हैं:

  • राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, हैदराबाद (213 किमी दूर)
  • विजयवाड़ा हवाई अड्डा (250 किमी दूर)

इन हवाई अड्डों से आप टैक्सी या बस के माध्यम से श्रीशैलम पहुंच सकते हैं।

2. रेल मार्ग

श्रीशैलम का निकटतम रेलवे स्टेशन है मार्कापुर रोड रेलवे स्टेशन, जो श्रीशैलम से लगभग 85 किमी दूर है।

3. सड़क मार्ग

श्रीशैलम सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। यहां पहुंचने के लिए आप बस, टैक्सी, या स्वयं की गाड़ी का उपयोग कर सकते हैं।

  • हैदराबाद से: राज्य परिवहन की बसें (APSRTC) और निजी बसें नियमित रूप से चलती हैं।
  • अन्य शहरों से: सड़क मार्ग से पहुंचने के लिए प्रमुख हाईवे और अच्छे कनेक्शन उपलब्ध हैं।

मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग के पास घूमने के प्रमुख स्थान

  • साक्षी गणपति मंदिर: यह मंदिर भगवान गणेश को समर्पित है और यह माना जाता है कि यहाँ दर्शन करने से यात्रा का साक्ष्य गणेश जी के समक्ष दर्ज होता है।
  • पताला गंगा: कृष्णा नदी का एक खूबसूरत स्थान, जहाँ तीर्थयात्री स्नान करते हैं। आप रोपवे के माध्यम से यहाँ तक पहुँच सकते हैं।
  • श्रीशैलम टाइगर रिजर्व: प्रकृति और वन्यजीवन प्रेमियों के लिए यह स्थान अद्भुत है। यहाँ आप वन्यजीव सफारी का आनंद ले सकते हैं।
  • अक्क महादेवी गुफा: यह गुफा एक धार्मिक और प्राकृतिक आकर्षण है, जहाँ नाव के माध्यम से पहुँचा जा सकता है।
  • श्रीशैलम बांध: कृष्णा नदी पर बना यह बांध एक दर्शनीय स्थल है, जहाँ से प्रकृति का अद्भुत दृश्य देखने को मिलता है।
  • शिखरम मंदिर: यह मंदिर श्रीशैलम का सबसे ऊँचा बिंदु है और यहाँ से पूरे क्षेत्र का शानदार दृश्य दिखाई देता है।

मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग दर्शन का समय और टिकट

  1. दर्शन का समय:
    • सुबह: 6.00 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक
    • शाम: 6:00 बजे से रात 10:00 बजे तक
      (ध्यान दें कि विशेष त्योहारों और उत्सवों के दौरान समय में बदलाव हो सकता है।)
  2. सुविधाएँ और टिकट:
    • सामान्य दर्शन: नि:शुल्क उपलब्ध।
    • विशेष दर्शन: ₹150 से ₹500 (तेजी से दर्शन के लिए)।
    • सहायता सुविधा: वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग जनों के लिए विशेष प्रावधान उपलब्ध हैं।
    • ऑनलाइन बुकिंग: मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट पर दर्शन टिकट और पूजा सेवाओं की ऑनलाइन बुकिंग की जा सकती है।
  3. भंडारा और अन्य सेवाएँ:
    • भक्तों के लिए नि:शुल्क प्रसाद और भोजन (भंडारा) की सुविधा मंदिर परिसर में उपलब्ध है।
    • पूजा और अभिषेक के लिए अलग-अलग शुल्क हैं, जिन्हें मंदिर कार्यालय में या ऑनलाइन बुक किया जा सकता है।

यात्रा से पहले मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट पर समय और टिकट की जानकारी अपडेट करना सुनिश्चित करें।

मल्लिकार्जुन मंदिर में दर्शन के लिए आवश्यक नियम और निर्देश

मंदिर प्रबंधन द्वारा भक्तों की सुविधा और शांति बनाए रखने के लिए कुछ महत्वपूर्ण नियम निर्धारित किए गए हैं। ये हैं:

1. पहनावा और आचरण

  • भक्तों को शालीन और पारंपरिक कपड़े पहनने की सलाह दी जाती है।
  • मंदिर परिसर में अशोभनीय व्यवहार और शोर-शराबा वर्जित है।

2. दर्शन के दौरान नियम

  • दर्शन पंक्ति में व्यवस्थित रूप से खड़े रहें और अन्य भक्तों का सम्मान करें।
  • मोबाइल फोन, कैमरा और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण गर्भगृह में ले जाने की अनुमति नहीं है।
  • फूल, नारियल, अगरबत्ती आदि गर्भगृह में नहीं चढ़ाए जा सकते; इसके लिए विशेष स्थान निर्धारित हैं।

3. सुरक्षा और स्वच्छता

  • परिसर में स्वच्छता बनाए रखें और कचरा निर्धारित स्थान पर ही डालें।
  • अनधिकृत व्यक्तियों से पूजा सामग्री न खरीदें।

4. विशेष नियम

  • गर्भगृह में केवल पुरोहितों को प्रवेश की अनुमति है।
  • यदि कोई विशेष पूजा या अभिषेक करना है, तो इसे मंदिर कार्यालय में पंजीकृत कराना होगा।
  • छोटे बच्चों और बुजुर्गों के साथ यात्रा करते समय उनकी देखभाल करें।

5. समय पर पहुँचें

  • दर्शन के लिए समय पर मंदिर पहुँचें, क्योंकि भीड़भाड़ के समय दर्शन में देरी हो सकती है।
  • उत्सव या त्योहार के दिनों में दर्शन के लिए अतिरिक्त समय की योजना बनाएं।

6. अनुमति प्राप्त क्षेत्र

  • केवल उन क्षेत्रों में प्रवेश करें जो भक्तों के लिए खुले हैं।
  • पवित्र क्षेत्रों में प्रवेश से पहले जूते और चप्पल उतारना अनिवार्य है।

इन नियमों का पालन कर आप अपनी यात्रा को आध्यात्मिक और शांतिपूर्ण बना सकते हैं।

मल्लिकार्जुन मंदिर के पास ठहरने के लिए प्रमुख स्थान

मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए श्रीशैलम में ठहरने के कई विकल्प उपलब्ध हैं, जो विभिन्न बजट और सुविधाओं के अनुसार हैं।

1. देवस्थानम गेस्ट हाउस

  • श्रीशैलम देवस्थानम द्वारा संचालित गेस्ट हाउस किफायती और सुविधाजनक हैं।
  • कमरे साफ-सुथरे और बुनियादी सुविधाओं से सुसज्जित होते हैं।
  • बुकिंग के लिए मंदिर के कार्यालय या आधिकारिक वेबसाइट से संपर्क करें।

2. धर्मशालाएँ

  • कई धर्मशालाएँ भक्तों के लिए नि:शुल्क या मामूली शुल्क पर ठहरने की सुविधा प्रदान करती हैं।
  • इनमें स्वच्छता और साधारण सुविधाएँ उपलब्ध होती हैं।

3. बजट होटल्स

  • श्रीशैलम में कई बजट होटल्स हैं जो किफायती दरों पर सुविधाजनक ठहराव प्रदान करते हैं।
  • ये होटल मंदिर के निकट स्थित हैं और अच्छी सुविधाएँ देते हैं, जैसे वाई-फाई और रेस्तरां।

4. लक्ज़री होटल्स और रिसॉर्ट्स

  • बेहतर सुविधाएँ चाहने वालों के लिए कुछ लक्ज़री होटल्स और रिसॉर्ट्स भी उपलब्ध हैं।
  • इनमें वातानुकूलित कमरे, भोजनालय और अन्य आधुनिक सुविधाएँ शामिल होती हैं।

5. मंदिर के पास लॉज

  • मंदिर के आस-पास छोटे लॉज उपलब्ध हैं, जो किफायती और सुविधाजनक हैं।
  • यह विकल्प साधारण और कम समय ठहरने के लिए उपयुक्त है।

6. ऑनलाइन बुकिंग विकल्प

  • कई गेस्ट हाउस और होटल्स की बुकिंग ऑनलाइन उपलब्ध है।
  • मंदिर के पास ठहरने का विकल्प चुनते समय दूरी और समीक्षा पर ध्यान दें।

सुझाव:

  • त्योहार या उत्सव के दौरान ठहरने के लिए पहले से बुकिंग कर लें, क्योंकि इस समय भीड़ अधिक होती है।
  • मौसम और समय के अनुसार गर्म कपड़े या अन्य जरूरी सामान साथ रखें।

आपकी यात्रा को आरामदायक और आध्यात्मिक अनुभव देने के लिए ये ठहरने के स्थान उत्तम विकल्प हैं।

प्रमुख शहरों से मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग की दूरी

  • हैदराबाद से मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग की दूरी: लगभग 213 किलोमीटर (4-5 घंटे सड़क मार्ग)
  • बेंगलुरु से मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग की दूरी: लगभग 530 किलोमीटर (9-10 घंटे सड़क मार्ग)
  • चेन्नई से मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग की दूरी: लगभग 450 किलोमीटर (8-9 घंटे सड़क मार्ग)
  • विजयवाड़ा से मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग की दूरी: लगभग 255 किलोमीटर (5-6 घंटे सड़क मार्ग)
  • गुंटूर से मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग की दूरी: लगभग 230 किलोमीटर (4-5 घंटे सड़क मार्ग)
  • कर्नूल से मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग की दूरी: लगभग 180 किलोमीटर (4 घंटे सड़क मार्ग)
  • पुणे से मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग की दूरी: लगभग 710 किलोमीटर (12-13 घंटे सड़क मार्ग)
  • मुंबई से मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग की दूरी: लगभग 890 किलोमीटर (15-16 घंटे सड़क मार्ग)
  • दिल्ली से मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग की दूरी: लगभग 1600 किलोमीटर (28-30 घंटे सड़क मार्ग; रेल या हवाई मार्ग बेहतर)
  • कोलकाता से मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग की दूरी: लगभग 1050 किलोमीटर (18-20 घंटे सड़क मार्ग; 24-26 घंटे रेल)
  • जयपुर से मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग की दूरी: लगभग 1250 किलोमीटर (22-24 घंटे सड़क मार्ग; 26-28 घंटे रेल)
  • अहमदाबाद से मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग की दूरी: लगभग 950 किलोमीटर (15-16 घंटे सड़क मार्ग; 20-22 घंटे रेल)
  • सूरत से मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग की दूरी: लगभग 1050 किलोमीटर (17-18 घंटे सड़क मार्ग; 22-24 घंटे रेल)
  • इंदौर से मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग की दूरी: लगभग 980 किलोमीटर (16-17 घंटे सड़क मार्ग)

यह भी देखें: मीनाक्षी सुन्दरेश्वर मन्दिर

Devesh Chauhan

Hey there, I'm Devesh Kumar. Born in Uttar Pradesh and received my early education there. Later I completed my 10th and 12th grades in Gujarat and then graduated in Madhya Pradesh. In 2014, I graduated with a degree in Computer Science from Rajiv Gandhi Technical University. Currently, I am pursuing my job in Ahmedabad. When I am not busy with my IT profession, you will find me enjoying my hobbies. My hobbies include traveling, playing volleyball, and swimming. I have a strong affection for religious sites, spirituality, beaches, adventure, forests, and mountains. I also enjoy contributing to Wikipedia and Tripoto. Over the years, I have explored various states and Union Territories in India. I have been attracted by the diversity that our magnificent country has to offer, from the calm landscapes of Uttarakhand and Madhya Pradesh to the colorful cultures of Rajasthan and Gujarat, and from the coastal splendor of Goa to the gorgeous hills of Himachal Pradesh and Karnataka. Visit my website to learn more about my amazing trips. Here, I post my experiences and stories in both English and Hindi.

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