AdventureAsiaIndiaMadhya PradeshMountainsMy TripsNatureNature & WildlifePlaces To Visit

पचमढ़ी ट्रैवल गाइड: सर्वश्रेष्ठ स्थान, गतिविधियाँ और आवासों के लिए गाइड

Getting your Trinity Audio player ready...

पचमढ़ी, जिसे “सतपुड़ा की रानी” के नाम से जाना जाता है, मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले में स्थित एक सुंदर और शांत हिल स्टेशन है। यह स्थान अपनी प्राकृतिक सुंदरता, घने जंगलों, जलप्रपातों, और ऐतिहासिक गुफाओं के लिए प्रसिद्ध है। पचमढ़ी का नाम संस्कृत शब्दों ‘पंच’ और ‘मढ़ी’ से लिया गया है, जिसका अर्थ है पाँच गुफाएँ।

यह माना जाता है कि महाभारत के पांडवों ने अपने वनवास के दौरान यहाँ शरण ली थी। सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला की गोद में बसे इस छोटे से शहर में पर्यटक सालभर आते हैं, लेकिन खासकर मानसून और सर्दियों के मौसम में इसकी खूबसूरती और भी निखर जाती है। यहाँ का शांत वातावरण, साफ हवा, और हरी-भरी वादियाँ हर प्रकार के यात्रियों को आकर्षित करती हैं, चाहे वह प्रकृति प्रेमी हों, साहसिक गतिविधियों के शौकीन हों, या सिर्फ शांति और आराम की तलाश में हों।

पचमढ़ी न केवल अपने प्राकृतिक आकर्षणों के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है, जहाँ आपको प्राचीन मंदिर, गुफाएँ, और अन्य धरोहर स्थल देखने को मिलते हैं। इस स्थान का हर कोना एक नई कहानी बयाँ करता है, जो आपकी यात्रा को यादगार बनाने में मदद करता है।

MOUNTAIN RANGES OF PACHMARHI

पचमढ़ी कैसे पहुँचे ?

वायु मार्ग से पचमढ़ी कैसे पहुंचे?

निकटतम एयरपोर्ट: पचमढ़ी के सबसे नजदीक एयरपोर्ट बैतूल (90 किमी) और जबलपुर (200 किमी) में हैं। जबलपुर एयरपोर्ट प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है और यहाँ से आप टैक्सी या बस द्वारा पचमढ़ी पहुँच सकते हैं।

रेल मार्ग से पचमढ़ी कैसे पहुंचे?

निकटतम रेलवे स्टेशन: पचमढ़ी के सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन पिपरिया है, जो हिल स्टेशन से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पिपरिया एक महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन है, जहाँ कई प्रमुख ट्रेनें रुकती हैं, क्योंकि यह पचमढ़ी के निकट है।

परिया के लिए भोपाल, जबलपुर, कोलकाता, आगरा, ग्वालियर, दिल्ली, अहमदाबाद, वाराणसी, और नागपुर सहित कई प्रमुख शहरों से सीधी ट्रेन सेवाएँ उपलब्ध हैं। यदि आपके शहर से पिपरिया तक सीधी ट्रेन नहीं है, तो आप इटारसी जंक्शन पर पहुंच सकते हैं, जो एक प्रमुख रेलवे हब है। इटारसी से पचमढ़ी के लिए सीधी बसें, टैक्सियाँ, और पिपरिया तक के लिए ट्रेनें और बसें आसानी से मिल जाती हैं।

बैतूल रेलवे स्टेशन पचमढ़ी के नजदीक स्थित है। यहाँ से आप टैक्सी या बस द्वारा पचमढ़ी पहुँच सकते हैं। जबलपुर और इटारसी रेलवे स्टेशन भी पचमढ़ी के लिए अच्छा विकल्प हो सकते हैं, जहाँ से आप सड़क मार्ग से पचमढ़ी पहुँच सकते हैं।

Read Also: भीमाशंकर ट्रेक गाइड

सड़क मार्ग से पचमढ़ी कैसे पहुंचे?

भोपाल, जबलपुर, नागपुर, इंदौर, और मध्य प्रदेश के पड़ोसी राज्यों से पचमढ़ी के लिए एसी और नॉन-एसी बसों की भरपूर सुविधा उपलब्ध है। मध्य प्रदेश पर्यटन निगम ने पचमढ़ी के लिए भोपाल-इंदौर से नॉन-स्टॉप एसी बस सेवा शुरू की है, जिससे यात्रा और भी आरामदायक हो जाती है।

इस बस का समय इस प्रकार है:

  • इंदौर से प्रस्थान: सुबह 07:30 बजे, भोपाल आगमन: 11:30 बजे।
  • भोपाल से प्रस्थान: 11:45 बजे, पचमढ़ी आगमन: दोपहर 3:30 बजे।

वापसी में:

  • पचमढ़ी से प्रस्थान: दोपहर 2:30 बजे, भोपाल आगमन: शाम 6:30 बजे।
  • भोपाल से प्रस्थान: सांय 6:45 बजे, इंदौर आगमन: रात 10:30 बजे।

किराए की जानकारी:

  • इंदौर से पचमढ़ी: ₹580
  • भोपाल से पचमढ़ी: ₹280
  • इंदौर और भोपाल के बीच यात्रा: ₹300

इस बस की ऑनलाइन बुकिंग के लिए आप www.mptourism.com पर लॉग ऑन कर सकते हैं।

मुख्य शहरों से पचमढ़ी की दूरी:

  • भोपाल से: 152 किमी
  • जबलपुर से: 177 किमी
  • इंदौर से: 376 किमी
  • होशंगाबाद से: 41 किमी

Read Also: A One Day Trip to Maheshwar in Madhya Pradesh

पचमढ़ी जाने का सही समय?

पचमढ़ी जाने का सही समय अक्टूबर से मार्च के बीच का माना जाता है। इस समय मौसम सुखद और ठंडा होता है, जो यात्रा और दर्शनीय स्थलों की सैर के लिए आदर्श होता है। इस दौरान पचमढ़ी की प्राकृतिक सुंदरता अपने चरम पर होती है, और यहाँ की हरियाली, झरने, और घाटियाँ देखने का आनंद दोगुना हो जाता है।

गर्मी (अप्रैल से जून): गर्मियों के दौरान भी पचमढ़ी का मौसम अपेक्षाकृत ठंडा रहता है, जिससे यह समय भी यात्रा के लिए अच्छा हो सकता है। हालाँकि, दोपहर के समय थोड़ी गर्मी हो सकती है, लेकिन सुबह और शाम के समय यहाँ का मौसम काफी सुहावना होता है।

मानसून (जुलाई से सितंबर): मानसून के दौरान पचमढ़ी में भारी बारिश होती है, जिससे यहाँ की झीलें, झरने और जंगल और भी खूबसूरत हो जाते हैं। हालांकि, इस समय कुछ रास्ते फिसलन भरे हो सकते हैं, इसलिए ट्रेकिंग और अन्य साहसिक गतिविधियों के लिए यह समय थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

इस प्रकार, पचमढ़ी की यात्रा के लिए अक्टूबर से मार्च का समय सबसे उपयुक्त है, जब आप यहाँ की सभी आकर्षणों का पूरी तरह से आनंद ले सकते हैं।

पचमढ़ी में देखने लायक प्रमुख स्थल

धूपगढ़

Dhupgarh Pachmarhi

धूपगढ़ पचमढ़ी का सबसे ऊँचा और सबसे लोकप्रिय स्थल है। यह स्थान समुद्र तल से लगभग 1,350 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है, और यहाँ से सूर्योदय और सूर्यास्त के दृश्य अद्वितीय होते हैं। धूपगढ़ से पूरे सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला का शानदार नजारा देखा जा सकता है, जो यहाँ आने वाले हर यात्री के लिए एक यादगार अनुभव होता है।

फोटोग्राफी के शौकीन लोग खासकर यहाँ आना पसंद करते हैं, क्योंकि यह स्थान उनके लिए स्वर्ग समान है। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और शांति आपको एक अद्भुत अनुभव का अहसास कराती है।

बी फॉल्स

BEE FALL OF PACHMARHI

बी फॉल्स, जिसे सिल्वर फॉल्स के नाम से भी जाना जाता है, पचमढ़ी का सबसे प्रसिद्ध और लोकप्रिय जलप्रपात है। यह झरना लगभग 150 फीट की ऊँचाई से गिरता है और इसके नीचे एक प्राकृतिक स्विमिंग पूल बनता है, जहाँ पर्यटक तैराकी का आनंद ले सकते हैं। यह स्थान पचमढ़ी के जंगलों के बीच स्थित है, और यहाँ की हरियाली और ठंडा पानी यात्रियों के लिए तरोताजा करने वाला अनुभव प्रदान करता है। बी फॉल्स तक पहुँचने के लिए आपको एक छोटा ट्रेक करना पड़ता है, जो इस स्थान की रोमांचक यात्रा का हिस्सा है।

जटा शंकर गुफा

Jata shankar cave

इस स्थान का नाम एक पौराणिक मान्यता के कारण पड़ा है, जिसके अनुसार भगवान शिव ने यहाँ अपनी जटाएँ छिपाईं थीं। यह स्थान एक गुफा के अंदर स्थित है, और मान्यता है कि जब शिव भस्मासुर के भय से छिपना चाहते थे, तो उन्होंने यहीं विश्राम किया था।

गुफा के अंदर प्राकृतिक रूप से लगभग 108 शिवलिंग बने हुए हैं। गुफा से एक पानी की धारा निकलती है, जिसका स्रोत अज्ञात है, और इसे लोकप्रिय रूप से “गुप्त गंगा” के नाम से जाना जाता है। हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक इस गुफा की यात्रा करते हैं, और यहाँ पक्षियों के चहचहाने से गुफा की आवाज गूंजती रहती है। गुफा के अंदर एक प्रमुख शिवलिंग स्थापित है, और खासतौर पर शिवरात्रि जैसे त्योहारों पर यहाँ तीर्थयात्रियों की भीड़ लगती है।

गुफा के अंदर का तापमान काफी ठंडा रहता है। गुफा के ऊपरी हिस्से में एक चबूतरा है, जहाँ भगवान शिव, देवी पार्वती और शिवलिंग की मूर्तियाँ स्थापित हैं। साधु-संत इस पवित्र स्थल पर विशेष धार्मिक उद्देश्य से दर्शन के लिए आते हैं।

पांडव गुफाएँ

Pandav Caves Pachmarhi

पांडव गुफाएँ पचमढ़ी के सबसे पुरानी संरचनाओं में से एक हैं, जिनका संबंध महाभारत के पांडवों से जोड़ा जाता है। यह पाँच गुफाएँ गुप्त काल (4-5वीं शताब्दी) में बनी मानी जाती हैं और इनमें बौद्ध वास्तुकला की झलक देखी जा सकती है।

यह गुफाएँ पचमढ़ी के केंद्र में स्थित हैं और यहाँ की दीवारों पर की गई प्राचीन चित्रकारी और उकेराई इन गुफाओं के ऐतिहासिक महत्व को दर्शाती हैं। यह स्थल इतिहास प्रेमियों और धार्मिक यात्रियों के लिए विशेष रूप से आकर्षक है।

अप्सरा विहार

apsara vihar pachmarhi

अप्सरा विहार पचमढ़ी के निकट स्थित एक खूबसूरत प्राकृतिक स्विमिंग पूल है, जो बी फॉल्स के पास है। इस स्थान का नाम इसकी स्वच्छता और सुंदरता के कारण पड़ा है, जिसे देखने के बाद ऐसा महसूस होता है जैसे यहाँ अप्सराएँ स्नान करती होंगी। अप्सरा विहार का शांत और ठंडा पानी तैराकी के लिए आदर्श है, और यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता इसे एक आदर्श पिकनिक स्थल बनाती है। यह स्थान परिवारों और दोस्तों के साथ समय बिताने के लिए एक बेहतरीन विकल्प है।

रजत प्रपात (सिल्वर फॉल्स)

RAJAT PRAPAT SILVER FALL

अप्सरा विहार से मात्र 10 मिनट की पैदल दूरी पर स्थित रजत प्रपात पचमढ़ी का सबसे खूबसूरत और ऊँचा झरना है।  रजत प्रपात, जिसे सिल्वर फॉल्स के नाम से भी जाना जाता है, पचमढ़ी के प्रमुख आकर्षणों में से एक है। यह झरना अपनी लगभग 350 फीट की ऊँचाई से गिरने वाली पानी की पतली धारा के कारण प्रसिद्ध है, जो सूरज की रोशनी में चाँदी जैसी चमकती है। इसी कारण इसे रजत प्रपात कहा जाता है।

यह स्थान जंगल के बीच स्थित है और यहाँ तक पहुँचने के लिए एक छोटी सी ट्रेकिंग करनी पड़ती है। रजत प्रपात की शांति और प्राकृतिक सुंदरता यहाँ आने वाले पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती है। यह स्थान फोटोग्राफी और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थल है।

रीछगढ़

रीचगढ़ पचमढ़ी के पास स्थित एक विशाल गुफा प्रणाली है, जो साहसिक प्रेमियों के लिए एक अद्वितीय स्थल है। यह गुफाएँ दो भागों में विभाजित हैं और एक संकरी सुरंग के माध्यम से जुड़ी हुई हैं। रीचगढ़ की गुफाएँ प्राकृतिक संरचनाओं से भरी हुई हैं और यहाँ के चट्टानों पर की गई उकेराई देखने लायक है। यह स्थान ऐतिहासिक महत्व भी रखता है और इसे देखने के लिए थोड़ा साहस और रोमांच की भावना की आवश्यकता होती है। रीचगढ़ का शांत और भयानक वातावरण इसे पचमढ़ी का एक अनोखा आकर्षण बनाता है।

महादेव गुफा

mahadev gufa pachmarhi

महादेव गुफा पचमढ़ी का एक और धार्मिक स्थल है, जो भगवान शिव को समर्पित है। यह गुफा सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला के अंदर स्थित है और यहाँ एक प्राकृतिक शिवलिंग विराजमान है। महाशिवरात्रि के अवसर पर यहाँ विशेष पूजा और मेलों का आयोजन होता है, जो श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुभव होता है। गुफा के अंदर का शांत और दिव्य वातावरण इसे एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल बनाता है, जहाँ आप अपनी आस्था को मजबूत कर सकते हैं।

हांडी खोह

Handi Khoh

हांडी खोह पचमढ़ी का सबसे गहरा घाटी स्थल है, जो लगभग 300 फीट गहरा है। यह घाटी अपने भयानक और शांत वातावरण के लिए जानी जाती है। हांडी खोह के चट्टानों पर की गई प्राकृतिक उकेराई और यहाँ का अद्वितीय दृश्य इसे एक विशेष आकर्षण बनाते हैं। इस स्थान को स्थानीय लोग पवित्र मानते हैं और यहाँ की अद्वितीयता और सुंदरता यात्रियों को मंत्रमुग्ध कर देती है।

प्रियदर्शिनी पॉइंट (फॉरेस्ट प्वाइंट)

Priyadarshini Point pachmarhi

प्रियदर्शिनी पॉइंट, जिसे फॉरेस्ट प्वाइंट के नाम से भी जाना जाता है, पचमढ़ी का एक प्रसिद्ध व्यू प्वाइंट है। यह स्थल अपनी अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता और सतपुड़ा की हरी-भरी वादियों के दृश्य के लिए प्रसिद्ध है। यह पॉइंट इतिहास में भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसे ब्रिटिश अधिकारी कैप्टन जेम्स फॉरेस्ट ने खोजा था। यहाँ से सतपुड़ा की पहाड़ियों का विहंगम दृश्य देखा जा सकता है, जो यात्रियों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव है।

सतपुड़ा नेशनल पार्क

map-satpura-national-park
Image source: denwabackwaterescape.com

सतपुड़ा नेशनल पार्क पचमढ़ी के पास स्थित एक प्रमुख वन्यजीव अभयारण्य है। यह पार्क अपनी जैव विविधता के लिए जाना जाता है और यहाँ बाघ, तेंदुआ, भारतीय भालू, हिरण, और विभिन्न प्रकार के पक्षियों को देखा जा सकता है। सतपुड़ा नेशनल पार्क में आप वन्यजीव सफारी का आनंद ले सकते हैं, जो आपको वन्यजीवों के करीब लाने और प्राकृतिक वातावरण का अनुभव करने का मौका देता है। यह स्थान वन्यजीव प्रेमियों और प्रकृति के शौकीनों के लिए एक आदर्श स्थल है, जहाँ आप जंगल की सच्ची खूबसूरती का अनुभव कर सकते हैं।

tigers at satpura national park

 

सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान पर्यटकों के लिए 1 अक्टूबर से 15 जून तक खुला रहता है।

सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान का प्रवेश शुल्क:

  • भारतीय पर्यटक: ₹250
  • विदेशी पर्यटक: ₹500

जीप सफारी के पैकेज और शुल्क:

  • ₹2,750
  • ₹3,050
  • ₹6,700

जीप सफारी के समय:

  • सुबह की सफारी (सामान्य): 6:30 बजे से 11:00 बजे तक
  • सुबह की सफारी (लंबी): 6:30 बजे से 12:30 बजे तक
  • फुल डे सफारी: 6:30 बजे से शाम 5:00 बजे तक
  • शाम की सफारी: 3:30 बजे से 5:00 बजे तक
  • एलिफेंट सफारी: 7:00 बजे से 11:00 बजे तक

राजेंद्र गिरी

राजेंद्र गिरी एक प्रसिद्ध व्यू पॉइंट है जो पचमढ़ी के पश्चिमी भाग में स्थित है। यह स्थल भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने यहाँ कई बार दौरा किया था। राजेंद्र गिरी से सूर्यास्त का दृश्य बेहद आकर्षक होता है, और यहाँ से सतपुड़ा की पहाड़ियों और घने जंगलों का मनोरम दृश्य देखा जा सकता है। यह स्थान फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए भी बेहद लोकप्रिय है।

चौरागढ़ मंदिर

चौरागढ़ मंदिर एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जो पचमढ़ी के नजदीक स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और यहाँ तक पहुँचने के लिए आपको लगभग 1,300 सीढ़ियाँ चढ़नी पड़ती हैं। मंदिर तक की यात्रा कठिन जरूर है, लेकिन ऊपर पहुँचने पर आपको सतपुड़ा की पहाड़ियों का अद्भुत दृश्य देखने को मिलता है। महाशिवरात्रि के समय यहाँ विशेष पूजा का आयोजन होता है और श्रद्धालु बड़ी संख्या में यहाँ आते हैं।

Read Also : हरिहर फोर्ट ट्रेक: एडवेंचर प्रेमियों के लिए साहस और रोमांच का संगम

पचमढ़ी में करने योग्य गतिविधियाँ

  1. ट्रेकिंग:
    • विवरण: पचमढ़ी के हिल स्टेशन पर विभिन्न ट्रेकिंग ट्रेल्स हैं, जो शानदार दृश्य प्रस्तुत करते हैं। धूपगढ़ और बीफाल गुफाएँ ट्रेकिंग के लिए आदर्श स्थान हैं।
  2. बोटिंग:
    • विवरण: हरी-भरी झीलों पर बोटिंग का आनंद लें। यहाँ की झीलें शांत और सुंदर हैं, जो आपको एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करेंगी।
  3. कैंपिंग:
    • विवरण: पचमढ़ी की ठंडी हवाओं और शांत वातावरण का आनंद लेते हुए कैंपिंग करें। यहाँ के कैंपिंग साइट्स में प्रकृति के साथ एक नजदीकी संबंध अनुभव करें।
  4. आध्यात्मिक यात्रा:
    • विवरण: पचमढ़ी के कई धार्मिक स्थल भी हैं, जैसे कि जैन गुफाएँ और अन्य प्राचीन स्थल। यहाँ पर ध्यान और योग की गतिविधियाँ भी आयोजित की जाती हैं।

पचमढ़ी में आवास

पचमढ़ी में ठहरने के लिए मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग ने बेहतरीन सुविधाओं की व्यवस्था की है। मध्य प्रदेश टूरिज्म ने सभी प्रकार के पर्यटकों के लिए कई हेरिटेज होटल और गेस्ट हाउस बनाए हैं, जहाँ एसी और नॉन-एसी रूम की सुविधा उपलब्ध है।

इसके अलावा, यहाँ विभिन्न सुविधाओं से सुसज्जित प्राइवेट होटल, टूरिस्ट बंगले, होलीडे होम्स और कॉटेज भी हैं, जहाँ आप अपने बजट के अनुसार ठहर सकते हैं। खाने के मामले में यहाँ पंजाबी, जैन, गुजराती, और मराठी व्यंजन आसानी से उपलब्ध हैं, जो आपकी यात्रा को और भी सुखद बनाते हैं।

  1. रिज़ॉर्ट्स और होटेल्स:
    • रॉयल होटल और रिज़ॉर्ट: यहाँ आपको आरामदायक कमरे और शानदार सुविधाएँ मिलेंगी। रिज़ॉर्ट्स आमतौर पर हिल स्टेशन के दृश्यों का शानदार अनुभव प्रदान करते हैं।
    • सौरभ होटल: यह होटल मध्यवर्गीय बजट वाले यात्रियों के लिए आदर्श है, जो सुविधाजनक और आरामदायक आवास प्रदान करता है।
  2. गेस्ट हाउस:
    • प्राकृतिक गेस्ट हाउस: यहाँ पर स्थानीय अनुभव के साथ आरामदायक आवास मिलता है। गेस्ट हाउस आमतौर पर पचमढ़ी के केंद्र में स्थित होते हैं।
  3. कैंपिंग साइट्स:
    • फॉरेस्ट कैंपिंग साइट: यह साइट प्रकृति प्रेमियों के लिए आदर्श है, जहाँ आप रातभर ताजगी भरी हवा और जंगल के बीच कैम्पिंग का आनंद ले सकते हैं।

यात्रा सुझाव

  • सर्वश्रेष्ठ समय: पचमढ़ी जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच होता है, जब मौसम ठंडा और सुहावना रहता है।
  • सुरक्षा: पहाड़ी इलाकों में सुरक्षा का ध्यान रखें और ट्रेकिंग करते समय हमेशा समूह में जाएँ।

Read Also : Omkareshwar Jyotirlinga Temple On Banks Of Narmada

निष्कर्ष

पचमढ़ी एक ऐसा स्थल है जो हर प्रकार के यात्रियों को आकर्षित करता है। चाहे आप साहसिक गतिविधियों के प्रेमी हों या शांतिपूर्ण वातावरण का आनंद लेना चाहें, यहाँ हर किसी के लिए कुछ न कुछ है। इस गाइड का उपयोग करके आप अपनी यात्रा को सहज और आनंदमय बना सकते हैं।

Devesh Chauhan

Hey there, I'm Devesh Kumar. Born in Uttar Pradesh and received my early education there. Later I completed my 10th and 12th grades in Gujarat and then graduated in Madhya Pradesh. In 2014, I graduated with a degree in Computer Science from Rajiv Gandhi Technical University. Currently, I am pursuing my job in Ahmedabad. When I am not busy with my IT profession, you will find me enjoying my hobbies. My hobbies include traveling, playing volleyball, and swimming. I have a strong affection for religious sites, spirituality, beaches, adventure, forests, and mountains. I also enjoy contributing to Wikipedia and Tripoto. Over the years, I have explored various states and Union Territories in India. I have been attracted by the diversity that our magnificent country has to offer, from the calm landscapes of Uttarakhand and Madhya Pradesh to the colorful cultures of Rajasthan and Gujarat, and from the coastal splendor of Goa to the gorgeous hills of Himachal Pradesh and Karnataka. Visit my website to learn more about my amazing trips. Here, I post my experiences and stories in both English and Hindi.

Related Articles

Back to top button